bpriyo
Still not dead one human
Friday, September 2, 2011
दफन हो जाये सब कुछ
मुझे और जीना नहीं है
थक गया हूँ में
हर एक दिन के साथ
मरते मरते थक चूका हूँ में
बस अब मरना चाहता हूँ में
अब थोडा शोना चाहता हूँ में
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